रविचंद्रन अश्विन के अचानक संन्यास के पीछे की कहानी, क्या रोहित और गंभीर जिम्मेदार हैं?

Ramesh kumar
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भारतीय क्रिकेट टीम के महान ऑफ स्पिनर गेंदबाजों रविचंद्रन अश्विन ने 18 दिसंबर को अपने इंटरनेशनल करियर को अलविदा कह दिया है अश्विन के इस फैसले से तमाम फैंस। और कई दिग्गजों ने नाराजगी जाहिर की है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के साथ अभी बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी खेले जा रहा है। अश्विन को दूसरे टेस्ट मैच की प्लेइंग में खेलने का मौका मिला। 

लेकिन तीसरे टेस्ट मैच के लिए जो ब्रिसबेन में खेला जाना था उस मैच के लिए फिर से अश्विन को ड्रॉप कर दिया गया। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरा टेस्ट मैच ड्रॉ रहा, मैच खत्म होने के बाद अश्विन ने अपने इंटरनेशनल करियर से संन्यास का ऐलान कर दिया। अश्विन के इस फैसले से तरह तरह की बात बनाना शुरू हो गया कुछ दिग्गजों का कहना है। की अश्विन को अभी इंतेज़ार करना चाहिए था उन्हें बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी खत्म होने के बाद ही इस फैसले पर सोचना चाहिए था। अश्विन रिटायरमेंट लेने के बाद भारत लौट आए है। पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज बासित अली ने भी अश्विन के इस मुद्दे पर बात करते हु कहा कि अगर विराट कोहली भारतीय टीम के कप्तान होते तो शायद रविचंद्रन अश्विन को बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी खत्म होने के बाद ही रिटायरमेंट का ऐलान करने के लिए कहते।


पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज बासित अली ने अपने यूट्यूब चैनल का कहा , अगर टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली होते तो शायद अश्विन को इस सीरीज खत्म होने के बाद ही रिटायरमेंट का फैसला लेने देते। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का अभी भी 2 महत्वपूर्ण मुकाबले बाकी है। उन्होंने आगे कहा कि भारतीय टीम को सिडनी में उनकी कमी जरूर खेलेगी। 

उन्होंने ये भी कहा कि अगर भारतीय टीम के पूर्व कोच राहुल द्रविड़ और रवि शास्त्री भी होते तो अश्विन के रिटायरमेंट से रोक सकते थे। 

बासित अली ने कहा, अगर टीम इंडिया के कोच राहुल द्रविड़ और रवि शास्त्री होते तो अश्विन को रिटायरमेंट लेने से रोक सकते थे। ये बिल्कुल बुरा हुआ है क्योंकि भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और कोच गौतम गंभीर ने उन्हें नहीं रोका। अश्विन को अभी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो बड़े मुकाबले में उनकी जरूरत होगी जो सिडनी में ये बड़े मुकाबले होने वाले है। 

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